आनन-फानन में ग्रेटर नोएडा पहुंचे डीजीपी ओ.पी सिंह
ग्रेटर नोएडा। जनपद में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा जिले में सक्रिय अपराधियों से सांठगांठ कर मोटी रकम रिश्वत के रूप में वसूलने का खुलासा होने के बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह शनिवार को आनन-फानन में जनपद गौतम बुद्ध नगर पहुंचे। उन्होंने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार, आईजी मेरठ रेंज रामकुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौतम बुद्ध नगर डॉ अजय पाल शर्मा व जनपद में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक की।
डीजीपी ने कड़े शब्दों में यहां तैनात अफसरों को चेताया कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो बात मीडिया में आई है वह काफी शर्मनाक है। इससे उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि खराब हुई है। डीजीपी ने उक्त भ्रष्टाचार कांड की जांच कर रहे हैं जांच अधिकारी अरुण कुमार सिंह को निर्देशित किया कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाए। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। उन्होंने पुलिस विभाग में दोबारा से शुरू हुई ठेकेदारी प्रथा पर भी आपत्ति जताई, तथा आला अफसरों को निर्देशित किया कि ठेकेदारी प्रथा हर हाल में बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहां की अगर कोई भी पुलिस अधिकारी अपराधियों को संरक्षण देने में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि जनपद गौतम बुद्ध नगर के स्पेशल आॅपरेशन ग्रुप में तैनात एक सिपाही ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी, एडीजी एनसीआर, एसएसपी गौतम बुद्ध नगर को ट्वीट करके एक संदेश दिया था कि स्पेशल एसओजी की टीम किस तरह से जनपद में अवैध उगाही कर रही है। सिपाही ने थाना फेस-3 क्षेत्र में हुए एक लाख रुपए के इनामी बदमाश श्रवण के एनकाउंटर पर भी सवालिया निशान लगाया है। जब यह बात मीडिया में आई तो उत्तर प्रदेश सरकार में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह जनपद गौतम बुद्ध नगर में पहुंचे। उन्होंने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में यहां के आला अफसरों के साथ एक गुप्त बैठक की। डीजीपी के दौरे की सूचना मीडिया से भी छुपाई गई है।