स्कूल ने छात्रों को दिया दिया धोखा, परीक्षा देने से वंचित हुए छात्र
ग्रेटर नोएडा: फीस के नाम पर लाखों रुपये वसूल कर सीबीएसई परीक्षा का प्रवेश पत्र देने के नाम पर स्कूल प्रबंधन ने विद्यार्थियों को धोखा दे दिया। प्रवेश पत्र न मिलने से परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का एक साल बर्बाद हो गया। मामले में शिक्षा विभाग की भी घोर लापरवाही सामने आई है। नाराज विद्यार्थियों ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी व एसपी देहात से की। एसपी ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कराने का आदेश दिया है।
जानकारी के मुताबिक बिसरख कोतवाली क्षेत्र के चिपियाना गांव के पास स्थित एक पब्लिक स्कूल है। स्कूल में काफी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं। स्कूल प्रबंधन यह दावा करता रहा है कि उसने सीबीएसई से मान्यता ली हुई है। स्कूल के झांसे में आकर विद्यार्थी व उनके परिजन ने मान्यता की जांच नहीं की। स्कूल में कक्षा दस में 34 विद्यार्थी पढ़ते हैं। मंगलवार से सभी की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। पहले दिन हिंदी का पेपर है। परीक्षा के मद्देनजर विद्यार्थी पिछले कई दिनों से तैयारी में जुटे थे। विद्यार्थी व उनके परिजन का कहना है कि फीस जमा कर प्रवेश पत्र लेने के लिए स्कूल प्रबंधन पिछले कई दिनों से दबाव बना रहा था। सभी ने पैसा जमा कर दिया। बाद में स्कूल प्रबंधन जल्द प्रवेश पत्र देने की बात कहता रहा।
प्रबंधन ने बताया कि सीबीएसई से सूची आ गई है। जिसमें सभी विद्यार्थियों के नाम हैं। दबाव बनाने के बाद पता चला कि स्कूल प्रबंधन ने अपने स्तर से फर्जी सूची तैयार की थी। अभिभावकों का कहना है कि जांच की गई तो पता चला कि स्कूल के पास सीबीएसई से मान्यता नहीं है। स्कूल प्रबंधन ने सिर्फ 10 छात्राओं को ही प्रवेश पत्र दिया। प्रवेश पत्र न मिलने से 24 विद्यार्थी परीक्षा देने से वंचित हो गए हैं। जिन छात्राओं को प्रवेश पत्र दिया गया है स्कूल प्रबंधन दूसरे स्कूल से उन्हें परीक्षा दिला रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि हमने परीक्षा की पूरी तैयारी कर ली थी। प्रवेश पत्र देने से स्कूल प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिए हैं। स्कूल द्वारा दिए गए धोखे से हमारा पूरा साल खराब हो गया।